भुवनेश्वर। ओडिशा के मालकानगिरी जिले के कोरूकोण्डा ब्लॉक में स्थित एमवी-26 गांव में आदिवासी समुदाय का आक्रोश सोमवार को हिंसा में बदल गया। तीन दिनों से लापता आदिवासी महिला लाके पाड़ियामी का सिरविहीन शव मिलने के बाद तनाव चरम पर पहुंच गया। आरोप है कि महिला की हत्या जमीन विवाद के चलते की गई है।
घटना के बाद हजारों की संख्या में आदिवासी एकजुट हुए और गुस्साए भीड़ ने एमवी-26 गांव के 50 से ज्यादा घरों में आग लगा दी तथा जमकर लूटपाट की। भारी पुलिस बल, डीवीएफ और बीएसएफ की मौजूदगी के बावजूद हिंसा को रोकना मुश्किल साबित हुआ।
आदिवासी और गैर-आदिवासी समुदाय आमने-सामने
मालकानगिरी जिले में आदिवासी और बंगाली भाषी गैर-आदिवासी समुदायों के बीच तनाव गंभीर रूप ले चुका है। लगातार बढ़ती हिंसा की आशंका को देखते हुए जिले के सभी थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद
स्थिति पर नियंत्रण के लिए प्रशासन ने मालकानगिरी जिले में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। संदिग्ध गतिविधियों पर सख्त निगरानी रखने का आदेश दिया गया है। पुलिस हर किसी की मूवमेंट पर नजर रख रही है।
DGP ने मौके पर पहुंचकर की समीक्षा
सोमवार शाम पुलिस डीजीपी वाई.बी. खुरानिया मालकानगिरी पहुंचे। उनके साथ एडीजी संजीव पंडा, इंटेलिजेंस डीआइजी अखिलेश्वर सिंह और दक्षिण-पश्चिम रेंज डीआइजी के.वी. सिंह भी मौजूद रहे। उच्च स्तरीय बैठक में हिंसा को अन्य क्षेत्रों में फैलने से रोकने के लिए विशेष कदम उठाने पर जोर दिया गया।
क्यों भड़की हिंसा?
3 दिन से लापता महिला लाके पाड़ियामी का सिरकटा शव 4 दिसंबर को मिला
आदिवासी समुदाय का आरोप: महिला की हत्या जमीन विवाद में की गई
दो दिनों से विरोध प्रदर्शन और बैठकें जारी थीं
रविवार को भीड़ ने एमवी-26 गांव में हमला कर 50 से अधिक घर जला दिए थे
पुलिस के शांत रहने के दावे के बावजूद सोमवार को स्थिति और बेकाबू हो गई

