नई दिल्ली। जापान में बीती रात आए 7.5 तीव्रता के भूकंप ने पूरे देश को हिला दिया। भूकंप के बाद तटीय क्षेत्रों में सुनामी ने दस्तक दे दी, जिससे स्थिति और भयावह हो गई। इस प्राकृतिक आपदा ने लोगों में दहशत फैला दी है और कई इलाकों में भारी नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं।
जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची ने तुरंत बड़ी कार्रवाई करते हुए इमरजेंसी टास्क फोर्स का गठन किया है। उन्होंने कहा कि सरकार का पहला लक्ष्य लोगों की जान बचाना है और इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही क्षेत्र के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा जांच भी की जा रही है।
भूकंप का असर – सड़कें टूटी, इमारतें क्षतिग्रस्त
फायर और आपदा प्रबंधन एजेंसी के मुताबिक, अब तक 33 लोगों के घायल होने की जानकारी है, जिनमें से 1 की हालत गंभीर बताई जा रही है। कई इलाकों में सड़कें धंस गई हैं, जबकि कई इमारतों में दरारें और ढहने की घटनाएं सामने आई हैं।
भूकंप के बाद सुनामी अलर्ट जारी
भूकंप रात लगभग 11:15 बजे आया, जिसका केंद्र होन्शू आइलैंड से कुछ ही दूरी पर था। झटके इतने शक्तिशाली थे कि जापान के ज्यादातर क्षेत्रों में महसूस किए गए। समुद्र में तेज लहरें उठने के बाद जापान और प्रशांत महासागर के आस-पास के देशों को सुनामी चेतावनी जारी की गई थी।
जापानी मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार,
होक्काइडो के उराकावा शहर
आओमोरी के मुत्सु ओगावारा बंदरगाह
इन क्षेत्रों में 40 सेंटीमीटर ऊंची सुनामी की लहरें देखी गईं।
कहां था भूकंप का केंद्र?
भूकंप का केंद्र आओमोरी प्रांत के तट से 80 किमी दूर और 50 किमी की गहराई पर स्थित था। आओमोरी के हाचिनोहे शहर के एक होटल में कई लोगों के घायल होने की पुष्टि एनएचके ने की है।

