संभागीय श्रीवास समाज द्वारा भव्य सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन, प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोक चंद्र श्रीवास हुए शामिल
बिलासपुर | NEWS 1947
अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर संभागीय श्रीवास समाज, बिलासपुर द्वारा एक भव्य सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। इस पुण्य अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रांत सर्व सेन समाज के प्रांतीय अध्यक्ष श्री त्रिलोक चंद्र श्रीवास मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि “सामूहिक विवाह जहां एक ओर विवाह खर्चों में कमी करता है, वहीं दूसरी ओर समाज में सामूहिकता, सद्भाव और जुड़ाव को भी बढ़ावा देता है। संभागीय श्रीवास समाज बिलासपुर लगातार इस प्रकार के आयोजन कर सराहनीय कार्य कर रहा है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।”
श्री श्रीवास ने आगे कहा कि “विवाह दो शरीरों का नहीं, दो आत्माओं का मिलन है। यह एक पवित्र संस्कार है जो सनातन परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। विवाह में प्रेम, सम्मान और समझ का होना अत्यंत आवश्यक है। जो निभा ले, वही सच्चा प्रेमी और सच्चा संबंधी होता है।”
इस समारोह में 11 जोड़ों का विवाह वैदिक रीति और सनातन परंपरा के अनुसार गायत्री परिवार के विद्वान आचार्यों के द्वारा संपन्न कराया गया। मंच पर संभागीय समाज के विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें अध्यक्ष सुरेंद्र श्रीवास, उपाध्यक्ष लक्ष्मी श्रीवास, सचिव सुरेंद्र श्रीवास, कोषाध्यक्ष संतोष श्रीवास, सह कोषाध्यक्ष बसंत श्रीवास, सह सचिव सुमित श्रीवास शामिल थे।
इस अवसर पर कोरबा, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, मुंगेली, रायगढ़, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, शक्ति सहित पूरे बिलासपुर संभाग से हजारों की संख्या में सेन समाज के लोग शामिल हुए।
प्रदेश अध्यक्ष श्री त्रिलोक श्रीवास का महिला समिति एवं प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा पुष्पहार व साफा से भव्य स्वागत किया गया।
इस आयोजन ने समाज में एक प्रेरणादायक संदेश दिया कि सामूहिक विवाह न केवल व्यावहारिक समाधान है बल्कि सामाजिक एकता का प्रतीक भी है।
