रायपुर, 30 जुलाई 2025: बिलासपुर के मसीही समाज के समर्पित सदस्यों ने आज रायपुर में केरल से आए सांसदों और वरिष्ठ नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में बिलासपुर में मसीह विरोधी गतिविधियों और समाज के खिलाफ चल रहे दुष्प्रचार के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। प्रतिनिधिमंडल ने सांसदों को बताया कि कुछ लोग राजनीतिक स्वार्थों के लिए मसीही समुदाय को बदनाम करने और पूरे राज्य में उनके खिलाफ भ्रामक प्रचार करने में लगे हैं।
बैठक में उपस्थित सांसदों और नेताओं को जब यह बताया गया कि प्रार्थना सभाओं और चर्च में बाइबल के स्थान पर काल्पनिक और फिल्मी कहानियों का आरोप लगाया जा रहा है, तो वे स्तब्ध रह गए। प्रतिनिधिमंडल ने स्पष्ट किया कि धर्मशास्त्र को अपमानित करने, उस पर गंदी टिप्पणियां करने और मजाक उड़ाने जैसे कृत्यों को धर्मांतरण का पत्र बताकर झूठा प्रचार किया जा रहा है, जो पूरी तरह निराधार और दुर्भावनापूर्ण है।
इस गंभीर स्थिति को जानकर सांसदों और नेताओं ने गहरा खेद व्यक्त किया। उन्होंने मसीही समाज के प्रति एकजुटता दिखाते हुए इस तरह की गतिविधियों की निंदा की और समाज के साथ सहानुभूति जताई। बैठक में उपस्थित सांसदों में श्री जोस के. मणि, श्री वेणी सतीश, श्री के. राधाकृष्णन, श्री ए.ए. रहीम, साथ ही कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सुश्री एनी राजा और सीपीआई की वरिष्ठ नेता सुश्री बृंदा करात शामिल थीं।
बिलासपुर से मसीही समाज का प्रतिनिधित्व श्री मनोरंजन एलकाना, श्री एडवर्ड मसीह, श्री निलेश मसीह, श्री एम.के. मसीह, पास्टर संदीप प्रकाश, पास्टर निखिल पॉल और पास्टर रापू जॉर्ज ने किया। इस प्रतिनिधिमंडल ने सांसदों से अनुरोध किया कि इस दुष्प्रचार के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए ताकि समाज में शांति और सौहार्द बना रहे।
सांसदों ने आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लेंगे और उचित मंचों पर इसकी चर्चा करेंगे। यह बैठक मसीही समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई, जिसमें उनके अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए एकजुट प्रयासों पर जोर दिया गया
