कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों ने हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत 69 लोगों को किया लाभान्वित
गौरेला पेंड्रा मरवाही, 30 मई 2025/ सुशासन तिहार के तृतीय चरण में शुक्रवार को जनपद पंचायत गौरेला के कलस्टर ग्राम पंचायत देवरगांव में जिले का अंतिम समाधान शिविर आयोजित किया गया। शिविर में विभागीय अधिकारियों द्वारा कलस्टर ग्राम पंचायत देवरगांव में शामिल पंचायतों से प्राप्त कुल 4724 आवेदनों में से 4701 आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी गई। इस कलस्टर में 14 ग्राम पंचायत-देवरगांव, चुकतीपानी, नेवसा, केंवची, पड़वनिया, ठाड़पथरा, तरईगांव, पीपरखुंटी, आमाडोब, सारबहरा, सेमरा, धनगंवा, पतरकोनी एवं पकरिया पंचायत शामिल रहे। शिविर स्थल पर विभागीय स्टाल लगाकर योजनाओं का लाभ लेने के लिए पात्रता, आवेदन की प्रक्रिया आदि के बारे में बताया गया।
शिविर में ठाकुर छेदीलाल बैरिस्टर कृषि महाविद्यालय बिलासपुर के कृषि वैज्ञानिक यशपाल निराला, डॉ. विनोद निर्मलकर एवं उनके सहयोगी वैज्ञानिकों ने खरीफ फसलों का अधिक उत्पादन एवं आमदनी बढ़ाने के लिए तकनीकी जानकारी दी। उन्होंने फसल उत्पादन में बीजों का चुनाव, प्रमाणित बीजों का उपयोग, बीजोपचार, जमीन की किस्मों के अनुसार धान की प्रजातियों का चयन, फसल चक्र अपनाकर धान के अलावा दलहन एवं तिलहन फसलों का उत्पादन, जैविक खेती, कीट नियंत्रण, कीटनाशक दवाईयों का उपयोग, प्राकृतिक खेती से संबंधित बायोफर्टिलाइजर, अंकुरण क्षमता बढ़ाने की विधि आदि की विस्तार से जानकारी दी।
कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने कहा कि देवरगांव में आयोजित समाधान शिविर जिले का अंतिम शिविर है। सुशासन तिहार के प्रथम चरण में 8 से 11 अप्रैल तक जिले में 52 हजार आवेदन प्राप्त किए गए। द्वितीय चरण में सभी आवेदनों का गंभीरता से निराकरण और तीसरे चरण में कलस्टर ग्राम पंचायतों में आयोजित समाधान शिविरों में आवेदनों के निराकरण की जानकारी से आवेदकों को अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि अगले माह से जनसमस्या निवारण शिविरों का भी आयोजन किया जाएगा, जहां समस्याओं का निराकरण के साथ ही पात्रतानुसार हितग्राहियों को योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि बरसात के मौसम में दिक्कत नहीं हो इसलिए राशन कार्ड धारकों को जून से अगस्त तीन माह का चावल एक साथ मिलेगा, इसके लिए उन्होंने तैयारी के साथ राशन दुकान जाने कहा। उन्होंने कहा कि 1 से 7 जून तक सभी राशन दुकानों में चावल उत्सव मनाया जाएगा और 1 से 30 जून तक चावल वितरण किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि 5 जून को विश्व पर्यावरण संरक्षण मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी को पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के लिए अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने अधिक से अधिक पेड़ लगाने, मिट्टी का कटाव रोकने और जीपीएम जिले को हरा-भरा जिला बनाने के लिए सभी को प्रयास करने कहा। उन्होंने कहा कि पौधे वन विभाग की नर्सरी से प्राप्त कर सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि आगामी 16 जून से शाला प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। कोई भी बच्चा शाला जाने से वंचित नहीं रहे, इसके लिए जनप्रतिनिधियों से शाला प्रवेश कराने में सहयोग की अपील की।
जिला पंचायत की अध्यक्ष सुश्री समीरा पैकरा, उपाध्यक्ष राजा उपेन्द्र बहादुर सिंह एवं सदस्य श्री पवन पैकरा ने भी शिविर को संबोंधित किया। शिविर में कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों ने 69 हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित किया। शिविर में 3 हितग्राहियों को किसान किताब, 1 हितग्राही को बी-1 खसरा, 5 हितग्राहियों को सब्जी बीज एवं दवाई किट, 2 हितग्राहियों को ट्राय सायकल, 4 हितग्राहियों को श्रवण यंत्र, 11 हितग्राहियों को छड़ी, 6 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, 4 हितग्राहियों को ड्रायविंग लायसेंस वितरित किया गया।
इसी तरह आंगनबाड़ी केंद्र के 23 बच्चों को जाति प्रमाण पत्र और नोनी सुरक्षा योजना के तहत 9 बालिकाओं को बांड पत्र दिया गया। इसके साथ ही 33 किशोरी बालिकाओं को सेनेटरी पैड प्रदान किया गया। शिविर स्थल पर 7 गर्भवती महिलाओं की गोद भराई और 5 नौनिहाल बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया। शिविर में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुरेन्द्र प्रसाद वैद्य, एसडीएम पेण्ड्रारोड ऋचा चंद्राकर, जिला पंचायत सदस्य भंवर सिंह गोवास, जनपद अध्यक्ष शिवनाथ बघेल, बृजलाल सिंह राठौर, ज्ञानेन्द्र उपाध्याय, कलस्टर में शामिल सभी पंचायतों के सरपंच, सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
