"सूर्यांश शिक्षा एवं संस्कार शोभायात्रा" का भव्य आयोजन आज
जांजगीर, 30 मार्च 2025: आज अंतर्राष्ट्रीय विराट सूर्यांश शिक्षा महा महोत्सव 2025 के अंतिम दिवस पर "सूर्यांश शिक्षा एवं संस्कार शोभायात्रा" का आयोजन किया जा रहा है। यह शोभायात्रा सूर्यांश धाम खोखरा से पूजा-अर्चना के पश्चात प्रारंभ होकर चर्च मैदान, जांजगीर में एकत्रित होगी, जहां से हजारों श्रद्धालु समाज के सामूहिक एकता एवं संस्कृति का प्रदर्शन करते हुए सूर्यांश धाम सिवनी (नैला) तक प्रस्थान करेंगे।
इस शोभायात्रा में सात अश्वों पर आरूढ़ पंच परमेश्वरों की झांकी विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी। इसमें समाज के गणमान्य जन, सामाजिक पदाधिकारी, छत्तीसगढ़ शासन के वरिष्ठ मंत्री एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
सौहार्द व अनुशासन का संदेश
संगठन की ओर से सभी सहभागियों से अनुरोध किया गया है कि वे शांति, अनुशासन एवं सौहार्दपूर्वक शोभायात्रा में सम्मिलित हों। प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए इस बार मोटरसाइकिल रैली प्रतिबंधित रहेगी, और सभी श्रद्धालु पैदल यात्रा करेंगे। शोभायात्रा का प्रमुख उद्देश्य समाज में संस्कार, शिक्षा एवं एकता के संदेश को प्रचारित करना है।
सुरक्षा और व्यवस्थाएं
शोभायात्रा में शामिल होने वाले सभी कार्यकर्ताओं के लिए परिचय पत्र अनिवार्य किया गया है। सुरक्षा घेरा बनाकर यात्रा को व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ाने की योजना बनाई गई है। समाज के वरिष्ठ सदस्य, सत्कारिणी बहनें एवं नारी शक्तियों का विशेष सम्मान सुनिश्चित किया जाएगा।
समाज के लिए गौरव का क्षण
इस आयोजन से सूर्यवंशी समाज की गरिमा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। यह शोभायात्रा समाज के संस्कार, जीवन आदर्शों एवं मूल्यों को प्रदर्शित करने के लिए निकाली जा रही है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि एवं चैट्री चांद पर्व भी इसी दिन होने से शहर में विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक माहौल बना रहेगा।
सभी सूर्यांश स्वजन एवं श्रद्धालुओं से इस सांस्कृतिक व आध्यात्मिक आयोजन में अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की गई है।
- अखिल भारतीय सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति (छ.ग.)

भारत देश का पहला मेला है जो शिक्षा का मेला लगता है जांजगीर चांपा जिले और पूरे छत्तीसगढ़ का शान है जय जय सूर्यांश
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