जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 18, परसदा से ज्ञानचंद इंदुवा ‘झोपड़ी छाप’ चुनाव चिन्ह पर मैदान में
परसदा, (पाली),कोरबा – जनपद पंचायत चुनाव में इस बार जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 18, परसदा से जनपद सदस्य पद के लिए प्रत्याशी ज्ञानचंद इंदुवा पूरे जोश के साथ चुनावी मैदान में उतरे हैं। उन्हें चुनाव चिन्ह ‘झोपड़ी’ आवंटित किया गया है, और वे इसे ही अपनी पहचान बनाकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं।
जनता के बीच लोकप्रिय चेहरा
ज्ञानचंद इंदुवा इस क्षेत्र में एक चर्चित और सम्मानित व्यक्ति हैं, जो लंबे समय से सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे हैं। गरीबों, किसानों और मजदूरों के हित में किए गए उनके कार्यों ने उन्हें जनता के बीच मजबूत पकड़ दिलाई है। उनकी सादगी, ईमानदारी और सेवा भाव के चलते वे एक जनप्रिय उम्मीदवार माने जा रहे हैं।
चुनावी एजेंडा और प्रमुख वादे
अपनी चुनावी रणनीति के तहत ज्ञानचंद इंदुवा ने ग्रामीण विकास को प्राथमिकता दी है। वे गांवों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, सड़कों के सुधार, जल आपूर्ति, कृषि संसाधनों के विस्तार और रोजगार के अवसर बढ़ाने के मुद्दों को लेकर जनता के बीच प्रचार कर रहे हैं। उनका कहना है कि यदि वे जनपद सदस्य चुने जाते हैं, तो वे पूरी निष्ठा के साथ जनता की सेवा करेंगे और क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे।
गांव-गांव में जनसंपर्क अभियान
चुनाव प्रचार के दौरान ज्ञानचंद इंदुवा अपने समर्थकों के साथ लगातार गांवों का दौरा कर रहे हैं। वे घर-घर जाकर मतदाताओं से मिल रहे हैं और अपने ‘झोपड़ी’ चुनाव चिन्ह के समर्थन में वोट देने की अपील कर रहे हैं। प्रचार के दौरान वे लोगों को याद दिला रहे हैं कि झोपड़ी केवल एक चुनाव चिन्ह नहीं, बल्कि गरीबों और जरूरतमंदों की असली पहचान है।
जनता से मिल रहा अपार समर्थन
गांवों में ज्ञानचंद इंदुवा को अच्छा समर्थन मिल रहा है। किसान, मजदूर और छोटे व्यापारी उनके चुनावी एजेंडे से प्रभावित नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने अब तक कई नेताओं को आजमाया है, लेकिन इस बार वे एक ऐसे व्यक्ति को चुनना चाहते हैं जो वास्तव में उनकी समस्याओं को समझे और उनके समाधान के लिए काम करे।
मुख्य मुकाबला और चुनावी समीकरण
इस क्षेत्र में कई अन्य प्रत्याशी भी चुनावी दौड़ में हैं, लेकिन ज्ञानचंद इंदुवा की लोकप्रियता और उनकी मजबूत जमीनी पकड़ को देखते हुए माना जा रहा है कि वे एक प्रमुख दावेदार हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यदि उनका अभियान इसी तरह चलता रहा, तो वे एक मजबूत स्थिति में रह सकते हैं।
आखिरी दौर में जोर-शोर से प्रचार
चुनाव के दिन नजदीक आते ही ज्ञानचंद इंदुवा और उनके समर्थक प्रचार में और तेजी ला रहे हैं। वे हर गांव और हर घर तक अपनी पहुंच बनाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक मतदाताओं को अपने पक्ष में लामबंद कर सकें।
जनता से सीधा संवाद
ज्ञानचंद इंदुवा कहते हैं, "मेरा चुनाव चिन्ह झोपड़ी, गरीबों की पहचान है। यह चुनाव सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास का है। मैं जनता के साथ मिलकर काम करूंगा और उनकी आवाज जनपद पंचायत तक पहुंचाऊंगा।"
परसदा जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 18 में चुनावी माहौल गर्म हो चुका है, और ज्ञानचंद इंदुवा ‘झोपड़ी’ चुनाव चिन्ह के साथ मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। जनता का रुझान और समर्थन उनके पक्ष में जाता दिख रहा है, लेकिन अंतिम फैसला तो मतदान के दिन ही होगा। अब देखना यह है कि क्या वे जनता का भरोसा जीतकर जनपद पंचायत में अपनी जगह बना पाते हैं या नहीं।
