बिलासपुर,23 जून/अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर (छत्तीसगढ़) के 14वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 23 जून 2025 को सर्वधर्म प्रार्थना सभा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन विश्वविद्यालय परिसर में किया गया। इस अवसर पर एक ओर जहां विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने एक मंच पर एकता, समरसता और शांति का संदेश दिया, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया।
स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत सर्वधर्म प्रार्थना सभा के साथ हुई। इस सभा में सभी प्रमुख धर्मों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपने-अपने धर्म की वाणी और प्रार्थना के माध्यम से सामाजिक सौहार्द और भाईचारे का संदेश दिया।
मुख्य अतिथि के रूप में स्वामी परमानंद जी (पेंड्रा) उपस्थित रहे।
अन्य प्रमुख वक्ताओं में मुफ्ती मोहम्मद सरफराज एवं रौनक कासमी (इस्लाम धर्म),भाई मान सिंह बदलान (सिख धर्म, गुरुनानक सभा गंजपुर),फादर सनील पुन्नराज (ईसाई धर्म, भारत माता इंग्लिश मीडियम स्कूल),डॉ. अरिहंत जैन (जैन धर्म),
रोजी शर्मा (बौद्ध धर्म, लोक गायिका, हिमाचल प्रदेश) शामिल रहे। सभा की अध्यक्षता आचार्य अरुण दिवाकर नाथ बाजपेयी, कुलपति, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय ने की। उन्होंने कहा कि “देश की विविधता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। ऐसे आयोजनों से छात्रों में समरसता, सहिष्णुता और नैतिकता के भाव जागृत होते हैं।”
*सांस्कृतिक कार्यक्रम में रासेयो स्वयंसेवकों ने दी रंगारंग प्रस्तुति*
दोपहर 12:00 बजे विश्वविद्यालय सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े स्वयंसेवकों ने समूह नृत्य प्रस्तुत कर समां बांध दिया।
राघवेंद्र विज्ञान महाविद्यालय, पीएनएस महाविद्यालय और सीएमडी महाविद्यालय से आए NSS स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाओं—दीपिका केसर, संजीता, आशा बैगा, श्रुति साहू, देव, निधि और चंचल—ने मंच पर अपनी शानदार प्रस्तुति से उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री शशांक शर्मा मुख्य अतिथि रहे। विशेष अतिथि के रूप में प्रो. रामनारायण पटेल, आचार्य (हिन्दी), दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ बाजपेयी ने की।
इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मनोज सिन्हा, प्राचार्य डॉ. एस. के. शर्मा तथा कार्यक्रम अधिकारी रोहित लहरे और मोना केंवट ने सभी प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट योगदान हेतु शुभकामनाएं दीं।
